जीना है तो पीना है, छात्रों ने की वाटर फुटप्रिंट की स्वयं पहचान ।

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31 अगस्त 2019 को जल -संरक्षण अभियान के तहत डब्लू॰डब्लू॰एफ॰ इंडिया द्वारा दिव्या करियर अकैडमी हंसपुरम नौबस्ता कानपुर मे विभिन्न स्कूल से आए हुए छात्र एवं छात्राओं के बीच अपने वॉटर फ़ुट्प्रिंट की स्वयम् द्वारा पहचान करने हेतु प्रशिछित किया गया साथ में घरेलू स्तर पर वर्षा जल संचयन के विभिन्न तकनीको और प्रणालियों को समझाया गया ।

अंकित तिवारी।


पानी को प्रदूषण से बचाने हेतु पालीथींन के प्रयोग को पूरी तरह ना अपनाने हेतु समझाया गया और बच्चों को बताया गया की अपने घर से कपड़े का थैला लेकर समान लेने जायें ।जिसके लिए वॉटरवह्हील के द्वारा दैनिक उपयोग में होने वाले वॉटरफ़ुट्प्रिंट को समझाया गया। कार्यक्रम की शुरूआत हंसपुरम चौकी इंचार्ज श्री कुलदीप सिंह चौहान की अद्यक्षता में की गयी और कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद चौकी इंचार्ज ने छात्रों ऋतिक यादव, अमृता सिंह, सोनम पटेल,धीरज सेनी, शिवम् पटेल को सम्मानित किया।मुख्य अथिति महोदय ने भूगर्भ जल के संचयन हेतु तालाबों की महत्वता को समझाया और वॉटरवह्हील की उपयोगता को बच्चों के उपयोगी बताया।


इस कार्यक्रम में डब्लू॰डब्लू॰एफ॰ इंडिया के सीन्यर कोऑर्डिनेटर -राजेश बाजपेई ने बोला की हम सभी लोगों को प्रण करना पड़ेगा क दैनिक की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए उपलब्ध जल का समूचित और व्यवस्थित तरीक़े से उपयोग करना पड़ेगा और भूमिगत जल संरक्षण के लिए वर्षा के जल को संचित करना पड़ेगा।
डब्लू॰डब्लू॰एफ॰ इंडिया के सीन्यर प्रोजेक्ट ऑफ़िसर-अक्षित ध्यानी जी ने बताया की उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषित पानी को स्वच्छ तरीक़े से निसतारित करके ही जल स्त्रोतों में छोड़ा जाए।अंत में सभा का समापन दिव्या कैरीअर अकैडमी के निदेशक श्री गिरीश दिवेदी ने किया और कहा की हम सभी लोगों को डब्लू॰डब्लू॰एफ॰ इंडिया के द्वारा समझाई गयी बातों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।

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