माँ और माँ के दर्जे में फर्क।

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कुत्ते बंदरो और सुंवर के साथ कूड़े के डिब्बो में  जीवन के लिए संघर्ष करती गौ माता।
कानून में प्राविधान के बावजूद लाचार प्रशासन।
गिरीश गैरोला
गौ के संरक्षण को लेकर मंच से भले ही बड़े बड़े दावे किए जा रहे हो, किन्तु धरातल पर पशुपालकों द्वारा दूध निकालने के बाद इन गायो को सड़कों पर आवारा घूमने के लिए छोड़ दिया जाता है। सड़क पर पेट की आग शांत करने के लिए ये गायें कास्तकारों के खेत की फसलों को नुकसान पहुँचा रही है अथवा यातायात में बाधक बन कूड़े के डब्बो में मुंह मारने को विवश है।
चिन्यालीसौड़ में इन छोड़ी गई गायों से परेसान ग्रामीणों जब इन गांवों को लेकर तहसील पर प्रदर्शन किया किन्तु तहसील में कोई भी अधिकारी मौके पर नही मिले। इधर जिला मुख्यालय में गायों के लिए बनी गौशाला और जियो टैगिंग से इनके मालिको की पहिचान का कार्य बजट के ठिकाने लगते ही ठप्प पड़ गया है और आवारा गली के कुत्तों  और सुंवर  के साथ कूड़े में भोजन तलाश करती गौ को माता के दर्ज देने वाले भक्त भी भजन के बाद मस्त दिखाई दे रहे है।
 उत्तरकाशी में लावारिस पशुओं की समस्या से जूझ रहे चिन्यालीसौड़ के लोगों ने  पशुओं के साथ चिन्यालीसौड़ तहसील का घेराव किया। स्थानीय लोगों की माने तो  लावारिस पशुओं ने खेतों में फसल को बर्बाद कर दिया। क्षेत्र के लोगों ने  लावारिस पशुओं के लिए कांजी हाउस बनाने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द लावारिस पशुओं के लिए व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई तो पशुओं को तहसील मुख्यालय के कमरों में बंद कर दिया जाएगा।
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चिन्यालीसौड़ ब्लॉक के नागणी, धनपुर, बड़ेथी, चिन्यालीसौड़ बाजार में लावारिस पशु मुसीबत का सबब बने हुए हैं। सैकड़ों लावारिस पशु खेतों में जाकर धान और मंडुवा की पौध को बर्बाद कर रहे हैं। शनिवार को बड़ेथी और धनपुर, नागणी की महिलाएं लावारिस पशुओं के साथ तहसील ब्लॉक मुख्यालय पहुुंचीं। मगर तहसील से तहसीलदार साहब गायब थे।
उन्होंने तहसील प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील का घेराव किया। वहां पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरकार पलायन रोकने के लिए कृषि को प्रोत्साहन देने का डंका पीट रही है, लेकिन लावारिस पशुओं और जंगली जानवरों से खेती की सुरक्षा को लेकर कोई भी कार्य योजना तैयार नहीं की जा रही है। हाड़तोड़ मेहनत कर वे खेतों में धान और मंडुवा की फसल उगा रहे हैं, लेकिन लावारिस पशुओं ने फसलों को रौंदकर और खाकर बर्बाद कर दिया है
 चिन्यालीसौड़ तहसील में एकत्र महिलाओं ने इन निराश्रित गायो के साथ प्रदर्शन किया और इनसे खेती को होने वाले नुकसान से बचाने की गुहार डीएम से लगाई है । ऐसा न होने पर अगले कदम के रूप में डीएम आफिस में बैठकर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है। बताते चलें कि ये पशु खेती को नुकसान के साथ घरेलू पशुओ को भी नुकसान पहुँचा रहे है।
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