आजाद हिंद फौज के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के गाँव की सड़क को वित्तीय स्वीकृति नही – मानकों की अनदेखी

Share Now

पौड़ी। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ग्राम देवलाड़ के ग्रामीण सड़क सुविधा से वंचित हैं। इस गांव में करीब 500 की जनसंख्या है। शासन की नीति के अनुरूप स्वतंत्रता सेनानी ग्राम को सड़क आदि सुविधाएं मुहैया कराना शासन का दायित्व है। इसी नीति के तहत नैनीडांडा ब्लाक व धुमाकोट तहसील के ग्राम देवलाड़ को भी सड़क सुविधा से जुडना था।

गिरीश गैरोला

  देवलाड़ निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, आजाद हिंद फौज के फौजी मखराम बलोदी के नाम पर गांव के लिए काशीपुर बुआखाल हाईवे के किमी 93 से 3 किमी मोटर मार्ग की स्वीकृति 2015 में हुई थी लेकिन पांच साल बाद भी सड़क नहीं बन पाई। शासन तथा विभाग की लापरवाही के चलते सड़क निर्माण अधर में लटका हुआ है।

ग्राम विकास समिति देवलाड़ के अध्यक्ष जेएन बलोदी का कहना है कि गांव को सड़क सुविधा से जोड़ने की मांग लंबे समय से की जा रही है। 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जनरल बीसी खंडूड़ी को ज्ञापन भेजकर सड़क निर्माण की मांग की गई। तब से लेकर समय-समय पर लगातार शासन से मांग करते रहे हैं। विधायक दिलीप रावत के माध्यम से सड़क का प्रस्ताव शासन को भेजा गया।

2015 में सीएम के निर्देश पर तीन किमी सड़क स्वीकृत हुई इसके बावजूद अभी तक सड़क निर्माण शुरू नहीं हो सका। जेएन बलोदी द्वारा सूचना के अधिकार के तहत उत्तराखंड शासन लोनिवि अनुभाग लोक सूचना अधिकारी से जानकारी मांगी गई। सूचना के अनुसार अभी तक वित्तीय स्वीकृति नहीं हो पाई है।

ग्राम विकास समिति के उपाध्यक्ष होशियार सिंह, महामंत्री चंदन सिंह, सदस्य पीतांबर बलोदी, मधुदेवी, रोशनी देवी आदि का कहना है कि गांव के लिए सड़क सुविधा बहुत जरूरी है। बुजुर्गों, बीमारों, गर्भवती महिलाओं को अस्पताल आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। विधायक दिलीप रावत का कहना है कि शीघ्र ही वित्तीय स्वीकृति के बाद सड़क निर्माण कार्य शुरू होगा।

error: Content is protected !!