धारी देवी पहुंची दिल्ली एनसीआर में – भक्ति में डूबे उत्तराखंडी

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*उत्तराखंड प्रवासी पलायन के साथ सिद्धपीठ माँ धारी देवी पहुँची प्रवासी लोगों के पास आश्रीवाद देने दिल्ली एन सी आर , *

श्रीनगर गढ़वाल से देहरादून,रुड़की, मेरठ होते हुए सिद्धपीठ मां कालिंका धारी देवी की भव्य शोभा यात्रा डोली शनिवार ग़ाज़ियाबाद के वैशाली मेट्रो स्टेशन से भक्ति सागर में डूबे मां के भक्तों के अपार समूह के साथ चलकर रामप्रस्थ ग्रीन वैशाली -सुप्रीम कोर्ट वरिष्ठ अधिवक्ता संजय शर्मा दरमोडा के आवास पहुंची जहां भक्तों द्वारा मंडाण लगाया एवम् तत्पश्चात माँ धारी देवी के भंडारा प्रसाद ग्रहण किया गया ,

हरीश असवाल नई दिल्ली

शोभा यात्रा में उत्तराखंडी बाध्य यंत्र ढोल, दमों व मसकबाजे के साथ भक्तों ने पुष्प वर्षा करते हुए मां धारी के गीत लागते और उनकी जय जयकार करते हुए पूरे वैशाली के वातावरण को भक्तिमय बना दिया जिसे देख राह चलते लोग भी भाव विभोर हो गए और माँ धारी देवी का आशीर्वाद पा खुद को धन्य समझने लगे।

रात्रि विश्राम संजय शर्मा के निवास स्थान पर पाठ पूजा के बाद आज प्रातः मां धारी देवी दिल्ली के अन्य स्थानों जैसे बुराड़ी और फरीदाबाद के लिए प्रस्थान करेगी और अंत मे प्रयागराज पहुंचेगी । समस्त भक्तों ने मां धारी देवी के भव्य दर्शन कराने के लिए संजय शर्मा दरमोडा व उनके सम्पूर्ण परिवार के हार्दिक आभार व्यक्त किया , माँ धारी देवी 25 जनवरी को सेहतपुर फ़रीदाबाद , दिल्ली बदरपुर डोली शोभा यात्रा करते हुए दून भारती पब्लिक स्कूल में रात्रि विश्राम करेगी तथा प्रयागराज होते हुए स्थान ग्रहण करेगी,


कुछ वर्ष पूर्व दिल्ली में माँ ज्वाल्पा देवी डोली भी काफ़ी चर्चित रही है जो की डोली भक्तों का कष्ट निवारण करते हुए दिवार पर खुद लिख कर पढ़ाती थी और कष्ट का निवारण भक्तों को कराती थी ,उसी तरह देवी का स्वरूप माँ काली टिहरी गढ़वाल भटखेम की डोली भी पुजारी के हथेली में चावल के दाने से पौध उगाने में तथा दिवार पर खुद डोली कष्ट लिखने पर काफ़ी चर्चित
में रही है , उत्तराखंड को देव भूमि कहा जाना देवताओ का वास कहा जाता है इसलिये देव भूमि उत्तराखंड के नाम से भी जाना जाता है ,

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