छोटे भाई के लिए गुलदार से भिड़ गए नन्ही परी –26 जनवरी को मिलेगा पुरुस्कार

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गुलदार से भिड़कर अपने भाई को मौत के मुह से बचाने वाली 10 वर्षीय बालिका राखी रावत को अब दिल्ली में राष्ट्रपति वीरता पुरुष्कार से सम्मानित करेंगे ।

उत्तराखण्ड की वीरांगना तीलू रौतेली की बहादुरी के किस्से तो आपने सुने ही होंगे लेकिन अब गढ़वाल की ऐसी वीर बालिका से आज आपको मिलवाते है जिसने नन्ही सी उम्र में मौत से भिड़ कर अपने भाई की जान बचाई।

भगवान सिंह पौडी

https://youtu.be/AIUrQywzIqU

ये नन्ही बालिका राखी रावत है जो उत्तराखण्ड की वीरांगना तीलू रौतेली के क्षेत्र बीरोंखाल ब्लॉक की रहने वाली है राखी की इस हिम्मत और साहस को देखकर हर कोई हैरान है ।

इसी बहादुरी और हिम्मत को देखकर अब राखी को वीरता पुरुष्कार से नवाजने के लिए दिल्ली बुलाया गया है जिसे 26 जनवरी , गणतन्त्र दिवस के दिन वीरता पुरुष्कार से दिया जाएगा जल, थल और वायु सेनाध्यक्षो के साथ मंच पर चलकर ये नन्ही बालिका राखी इस पुरुष्कार से सम्मानित होंगी ।

बीते 4 अक्टूबर को अपनी माँ और भाई के साथ खेत से लौट रही राखी और उसके भाई पर घात लगाये गुलदार ने अचानक हमला कर दिया उस वक्त राखी अपने भाई को कंधों पर रख

घर लौट रही थी । अचानक हुए इस हमले के कारण राखी और उसका भाई गिर पड़े इस बीच मौके की तलाश कर रहे गुलदार ने फिर हमला करना शुरू कर दिया। राखी ने अपने भाई को अपने नीचे सुरक्षित रखकर सारे घाव खुद पर सह लिए और भाई को आंच भी न आने दी।

इस घटना के बाद कई दिनों तक दिल्ली में राखी और उसके भाई का इलाज़ चला और भाई बहनो में आई चोट और गुलदार हमले के घाव भरे गए जिस पर अब राखी काफी हद तक ठीक है ,हालांकि अब भी राखी के घाव उसे दर्द दे रहे हैं जिन्हें राखी अब भी सहने का साहस जुटा रही है।

राखी को मिलने वाले वीरता पुरुष्कार सम्मान से राखी के परिजनों के साथ ही उसके गुरुजन की काफी खुश हैं और राखी की बहादुरी की दाद दे रहे हैं राखी राजकीय प्राथमिक विद्यालय देवकुंडाई में 5वी कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा हैं जिसने इस घटना के बाद भी एक किलोमीटर पैदल चलकर अपने भाई को दूर लेजाकर दोनों की जान बचाई ।परिवार का कहना है की राखी और मासूम भाई की जान बच गई यही उनके लिए काफी है।

-इस नन्ही वीर साहसी बालिका के साहस से वन विभाग भी हैरान है। विभाग की माने तो उन्हें भी गुलदार से निपटने के लिए टीम से साथ मिलकर कई प्रयास करने पड़ते है लेकिन महज 10 वर्षीय बालिका का गुलदार से भिड़कर अपने भाई की जान बचाना काबिले तारीफ़ हैं।

वनक्षेत्राधिकारी राखी जुयाल ने कहा कि उन्हें बालिका की वीरता पर ख़ुशी और गर्व महसूस हो रहा है


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