खनन की जीपीएस से होगी निगरानी -देश का पहला राज्य बना उत्तराखंड और पहला जिला नैनीताल

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हल्द्वानी

– जिला खनन समिति की शुक्रवार जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय में जिलाधिकारी/अध्यक्ष खनन समिति श्री सविन बंसल की अध्यक्षता में  हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि अवैध खनन को रोकने तथा खनन कार्य में लगे वाहनों की आॅनलाईन मोनीटरिंग के लिए वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया जायेगा। जानकारी देते हुए जिलाधिकारी श्री बंसल ने कहा कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य तथा नैनीताल पहला जिला होगा जहाॅ खनन कार्य में लगे वाहनों में जीपीएस डिवाईस लगायी जायेगी। उन्होंने कहा कि इस डिवाईस के लगने से वाहनों पर कड़ी नज़र रखी जाएगी तथा वाहनों के मूवमेंट के साथ ही उसके द्वारा उप खनिज को लेकर लगाए जा रहे फैरों की भी मोनीटरिंग होगी।

गिरीश गैरोला

इस व्यवस्था से खनिज की चोरी रूकेगी तथा इस व्यवस्था से प्रदेश को राजस्व का फायदा भी होगा। यह डिवाईस तीन सौ रूपये किराए पर उपलब्ध होगी। खनन सत्र समाप्त होने के बाद वाहन स्वामी डिवाइस हटा भी सकते हैं। यदि वाहन स्वामी अपने वाहन की सुरक्षा एवं उसके भ्रमण पर निगरानी रखना चाहें तो इससे वाहन स्वामियों को भी फायदा होगा। डिवाईस की कीमत ढाई हजार रूपये है। स्थायी रूप से कीमत अदा कर वाहन स्वामी क्रय कर सकते हैं। 


जिलाधिकारी ने बताया कि वाहनों में किराए पर या स्थायी रूप से डिवाईस लगाने के काम वन निगम द्वारा किया जाएगा। डिवाइस के लगने से जिला प्रशासन, वन विभाग जिले की नदियों में खनन कार्य के लिए लगे वाहनों की निरानी कर सकेंगे। इस कार्य के लिए एक एप भी बनाया जा रहा है। यह एप वाहन स्वामियों को भी उपलब्ध कराया जाएगा। 


बैठक में डीएफओ नितीश मणि त्रिपाठी हिमांशु बगरी, अपर जिलाधिकारी एसएस जंगपांगी, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, आरएम वन निगम जीसी पन्त, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह के अलावा उप जिलाधिकारी विवेक रायॅ, हरगिरी गोस्वामी, वीएन शुक्ला, गौरव चटवाल, विनोद कुमार, डीएलएम आदि मौजूद थे।

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