भारतीय जनता युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य संजय थपलियाल ने जिलाधिकारी उत्तरकाशी को लिखे अपने शिकायती पत्र में कोविड-19 बचाव हेतु एसडीएम बड़कोट द्वारा जनप्रतिनिधियों एवं आम लोगों के सहयोग न करने को लेकर शिकायत की है ।उन्होंने बताया कि 18 मई को भंकोली ( नौगांव विकासखंड) के युवक में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उसकी ट्रैवल हिस्ट्री से ज्ञात हुआ कि ग्राम ठोलिंका के एक युवक ने उक्त संक्रमित युवक को बाइक से बर्नी गाड़ तक छोड़ा था। 22 मई की शाम को क्षेत्र के सभी प्रधानों के सहयोग एवं तत्परता से ठोलिंक के युवक का पता लगा लिया गया और रात्रि के 10:15 से 10:30 बजे यह सूचना जिला स्तर के अधिकारियों तक पहुंचा दी गई थी लेकिन इस युवक को क्वॉरेंटाइन करने में काफी देर की गई जिससे उपजिलाधिकारी बड़कोट की लापरवाही प्रतीत होती है ।
इतना ही नहीं क्षेत्र में मिनी सचिवालय के भवन खाली हैं लेकिन कई बार अनुरोध किए जाने के बाद भी इन भवनों को क्वॉरेंटाइन सेंटर नहीं बनाया जा रहा है और क्षेत्र में पटवारियों की उपलब्धता भी सुनिश्चित नहीं की जा रही है।गौरतलब है प्रवासियों के आने के साथ बढ़ रहे संक्रमण की समस्या को देखते हुए क्वॉरेंटाइन सेंटर में पर्याप्त दूरी के साथ टॉयलेट बाथरूम आदि का होना बेहद जरूरी माना जा रहा है। संजय ने बताया कि जीआईसी की बिल्डिंग में प्रवासी उत्तराखंड यों को क्वॉरेंटाइन कराया जा रहा है जगह की उपलब्धता को देखते हुए जीआईसी के पास अकेले निजी भवन को स्थानीय अधिकारियों एवं भवन स्वामी से बातचीत के बाद को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया, जो एकदम आइसोलेट है और वहां पर एक परिवार को क्वॉरेंटाइन भी कर लिया गया है। किंतु एसडीएम महोदय द्वारा सब की रजामंदी के बावजूद भी इस कार्य में विघ्न पैदा किए जा रहे हैं।भारतीय जनता युवा मोर्चा के सदस्य ने डीएम उत्तरकाशी से कहा है कि कोविड-19 बचाव के दौरान जब आम लोगों के साथ जनप्रतिनिधि और स्वयंसेवी संस्थाएं मदद कर रही हैं ऐसे में उप जिलाधिकारी बड़कोट का व्यवहार जनता की भावनाओं के अनुरूप नहीं दिखाई दे रहा है।