चमोली। पंच बदरियों में से एक आदिबदरी मंदिर समूह के कपाट श्रद्धालुओं के लिए सोमवार को विधि विधान से बंद किए जाएंगे। यहां वर्षभर में केवल पौष माह में कपाट बंद रहते हैं। जबकि ग्यारह माह मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुले रहते हैं। एक माह बाद मकर सक्रांति के अवसर पर मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
गिरीश गैरोला
मंदिर के संस्थापक सदस्य नरेंद्र चाकर के अनुसार मंदिर के कपाट बंद होने की प्रक्रिया सोमवार को पूरे विधि विधान के साथ संपन्न होगी। मंदिर के पुजारी चक्रधर थपलियाल सहित अन्य पुजारी जहां भगवान आदिबदरीनाथ की पूजा अर्चना करेंगे। वहीं श्रद्धालु भगवान आदिबदरीनाथ के निर्वाण दर्शन कर सकेंगे।
मंदिर समिति के विजय चमोला के अनुसार शाम साढ़े चार बजे करीब मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद होंगे। जिन्हें एक माह बाद मकर सक्रांति के अवसर पर ब्रह्ममुहूर्त में श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। इस दौरान भगवान आदिबदरीनाथ की पंचज्वाला आरती और भोग लगाने की प्रक्रिया के साथ ही महिला मंगल दलों द्वारा भजन संध्या का आयोजन भी किया जाएगा।