पर्दे के पीछे व्यापार की कहानी।
फेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया व्यापार मंडल प्रतिनिधिमंडल ने माननीय केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री सुरेश प्रभु से की मुलाकात।
राजेश्वर पैन्यूली चार्टेड अकॉउंटद।
नई दिल्ली । विदेशी कैश एंड केरी थोक व्यवसाय द्वारा पिछले दरवाज़े से अनधिकृत रूप से वितरण एवं खुदरा व्यापार में प्रवेश करने की चेष्टा के विरुद्ध फेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया व्यापार मंडल का एक प्रतिनिधिमंडल ने माननीय केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री सुरेश प्रभु जी से 10 जुलाई 2018 को भेट की थी और माननीय मंत्री जी ने विस्तार से ज्ञापन पढ़ने बाद अपनी चिंता व्यक्त की थी और अपनेमंत्रालय के अधीन औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग Department of Industrial Policy & Promotion के सचिव महोदय को सम्पूर्ण प्रकरण को और गहराई से समझने हेतु निर्देश दिया था । उसी तहत फेडरेशन का एक प्रतिनिधि मंडल श्री सी एच् कृष्णा, कार्यकारी अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष फेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के नेतृत्व में श्री अतुल चतुर्वेदी, अपर सचिव सेआज दिनांक 20 जुलाई 2018 को मिला और 2 करोड़ छोटे दुकानदार एवं 10 लाख के लगभग वितरण क्षेत्र में संलिप्त व्यापारियों के ऊपर पैदा हुए खतरे के विषय पर विस्तार से चर्चा की और प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया । प्रेजेंटेशन http://vyaparmahamandal.com/PPT-ThreatToDisbribution लिंक पर उपलब्ध है ।
फेडरेशन द्वारा मुख्यतः मांग की गयी है कि 2010 की पालिसी जिसकी तहत विदेशी थोक कैश एंड केरी को कारोबार करने की अनुमति दी गयी थी, उसमे खरीददार बनने हेतु बिज़नेस लाइसेंस कीपरिभाषा में बदलाव कर सिर्फ GST पंजीकरण अनिवार्य कर दे तो उक्त विदेश थोक कैश एंड केरी उपभोक्ता को आपने माल सीधे सीधे नहीं बेच पायेंगे । श्री अतुल चतुर्वेदी जी ने फेडरेशन की मांग परउचित कार्यवाही हेतु आश्वाशन दिया ।