मुझे कोरोना नहीं होगा यह सोच सिर्फ अल्प शिक्षित लोगों में ही नहीं है बल्कि समाज के जिम्मेदार लोगों में भी यह भाव अच्छी तरह से घर कर गया है, यही वजह है कि जिले और प्रदेश के जो बॉर्डर आम लोगों के लिए कानूनी बंदिशों के चलते बंद थे वही खास लोगों के लिए खुल जाया करते थे , तब भी सवाल उठे थे लेकिन दब गए थे , सामाजिक दूरी का पाठ सिर्फ आम लोगों के लिए है, जिम्मेदार लोगों के लिए नहीं। यह लोग कभी भी बैठक कर सकते हैं राशन बांट सकते हैं नियमों का उल्लंघन कर सकते हैं कानून में खुद के लिए प्रावधान बना सकते हैं, लेकिन कोरोनावायरस सब पर समान रूप से काम करता है, तो अब इसका खामियाजा मंत्रिमंडल के साथ पूरे उत्तराखंड को झेलना होगा, एक ऐसा पाठ जिसे पूरे देश भर में पढ़ाया जा रहा हो उसे खुद न पढ़कर सिर्फ फॉरवर्ड करना बस यही गलती कर गए महाराजऔर उनका परिवार।
देहरादून। उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज समेत उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज समेत उनके परिवार और स्टाफ के 22 सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। बेटे, बहुएं और पांच साल के पोते में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जबकि बड़े बेटे का सैंपल दोबारा जांच के लिए भेजा जा रहा है। महाराज के परिवार के सदस्यों समेत उनके आवास में काम करने वाले 41 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे।
शनिवार को सतपाल महाराज की पत्नी पूर्व मंत्री अमृता रावत कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने महाराज और उनके परिवार के सभी सदस्यों के साथ ही आवास में काम करने वाले कर्मचारियों के सैंपल जांच के लिए भेजे थे। इनमें कैबिनेट मंत्री महाराज, उनके छोटे बेटे सुयश, बड़ी बहू आराध्य, छोटी बहू मोहिनी, पांच साल के पोते श्रेयांश में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जबकि बड़े बेटे श्रद्धेय का सैंपल दोबारा से जांच के लिए भेजा जा रहा है। वहीं, महाराज के आवास में काम करने वाले 17 कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण मिला है। महाराज और उनका परिवार कोरोना संक्रमित मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। महाराज की पत्नी अमृता रावत को रविवार सुबह ही एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था, इसके बाद दोपहर में महाराज और अन्य लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। जिसके बाद महाराज समेत अन्यों को भी एम्स ऋषिकेश में भर्ती करा दिया गया। देहरादून के जिलाधिकारी डा. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि कैबिनेट मंत्री महाराज और उनके परिवार के सदस्यों व स्टाफ में कोरोना की पुष्टि हुई है। विभाग की ओर से 41 सैंपल जांच के लिए गए थे। इसमें 22 सैंपल कोरोना पॉजिटिव आए हैं। सभी को भर्ती कराया गया है। इन सभी के संपर्क में आए लोगों को चिह्तिन करने की कोशिश की जा रही है।
कैबिनेट मंत्री महाराज की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अब कैबिनेट के साथ ही कई अधिकारियों को भी क्वारंटाइन किए जाने की संभावना है। कैबिनेट मंत्री महाराज 29 मई को कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए। सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि अब स्वास्थ्य विभाग की जो भी गाइडलाइन होगी, मंत्री और अधिकारी उसका अनुपालन करेंगे।